उत्तर प्रदेश सरकार से मेरा निवेदन है कि विद्यालयों का सत्र पुनः जुलाई से जून करें| क्योंकि अप्रैल से मार्च के सत्र में बच्चों का कम से 25 दिन का अध्ययन अध्यापन मारा जाता है| अब ३० मार्च को कक्षा ८ पास होने के बाद छात्र प्रवेश के लिए भटकेगा बहुत कम विद्यालय अपने यहाँ छात्रों का प्रवेश लेने की व्यवस्था कर पायेंगे| बोर्ड #परीक्षायें चल रही हैं जो २१ अप्रैल तक चलेंगी| उसके बाद जब उन बच्चों का कक्षा ९ में प्रवेश होगा| अगर उससे पहले प्रवेश हो भी जाये तो भी जिन विद्यालयों में परीक्षाएं हो रहीं हैं वहाँ अध्ययन अध्यापन की सम्भावना शून्य हैं| अब गरीब का बच्चा या तो 3 महीने में सब भूल जायेगा या फिर गिरवीं गांठ करके प्राइवेट ट्यूटर के शोषण का शिकार होगा| मुझे ऐसा प्रतीत होता है कि पिछली सरकार ने कुछ ऐसी व्यवस्था की थी ताकि गरीब का बच्चा फिसड्डी रह जाये|
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