दिन-प्रतिदिन की घटनाओं पर लेखक की बेबाक राय|
💑 किसी गुलब्बो का राँग नम्बर था। दिल बहुत बड़ा था छोटा अम्बर था। यूं ही sms आये गए चार दिन, फिर, वो मुझसे बेखबर थी, मैं उससे बेखबर था।
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