दिन-प्रतिदिन की घटनाओं पर लेखक की बेबाक राय|
बन्द मय और मयखाने होंगे। क्या ग़ालिब हमें भुलाने होंगे? मधुशाला छोड़ दुग्धशाला पर, बच्चन जी गीत सुनाने होंगे? बच्चन यानी हरिवंश राय जिन्होंने मशहूर रचना मधुशाला प्रस्तुत की है।
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