हाथ में हथियार लेकर क्या करेगी?
और उनको धार देकर क्या करेगी?
तू तो बस आकर निकल इस शहर से,
ये है पब्लिक देखकर तुझको मरेगी?
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बुधवार, 28 जून 2017
हथियार
रविवार, 18 जून 2017
गुनहगार
अगर मैं तेरा प्यार हूँ।
तो बिल्कुल गुनहगार हूँ।
समझता नहीं तू मुझे,
मैं आदत से लाचार हूँ।
اگر مین تیرا پیار ہون۔
تو بِلکُل گُنہگار ہون۔
سمجھتا نہیں تو مُجھے
میں آدت سے لاچار ہوں۔
शनिवार, 17 जून 2017
अविश्वास
मुझे उस पर कभी अविश्वास न था।
उसे मुझ पर कभी विश्वास न था।
उसे मैं खुश रखूँ औकात न थी,
किया मैंने उसे तो उदास न था।।
مجھے اُس پر کبھی اوشواس ن تھا۔
اُسے مجھ پر کبھی وشواس ن تھا۔
اُسے مین کھس رکھون آوکات ن تھی۔
کیا مینے اسے تو اداس ن تھا۔
मंगलवार, 13 जून 2017
गुलबिया और गुलब्बो
कउनौ पूछि बइठा दद्दा जा गुलब्बो कउन रही, पहिले तउ मन मा आई कि रहइ देई न बताई। फिरि मन मा आई कि बतावइ मा कउनउ परेशानी तउ हइ नाइ सो बताये देति हैं। जा गुलब्बो कउन रही साथइ मा गुलबियउ का जानि लेउ फिरि ना पूछेउ कि जा कउन रही।
गुलबिया लैसेंसी गुलब्बो है कट्टा।
गुलबिया है नामे गुलब्बो है पट्टा।
गुलबिया है माथे का चन्दन हमारे।
गुलब्बो तौ हमरे गले का दुपट्टा।।