अगर अच्छे दिन आ जायेंगे तो नेता लोग कहाँ जायेंगे।
सरकार पुलिसवालों को कहाँ अडजस्ट करेगी।
और अदालतों का क्या होगा।
प्राइमरी का मास्टर बेचारा अपनी खेती पाती कैसे देखेगा।
बिना स्कूल कालेज का मुंह देखे हुए भी मेरा लड़का 99% मार्क्स से पास कैसे होगा।
बाबा लोगों तथा झाड़ फूँक करने वालों की दुकान कैसे चलेगी।
और भी बहुत से काम है जो अटक जायेंगे।
अरे अच्छे दिनों अच्छाई इसी में है तुम आने की घोषणा करते रहना पर आना मत।
बड़ा उपकार होगा।
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