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गुरुवार, 27 नवंबर 2014

ज्योतिष

0, π, ., बौधायन प्रमेय, काल गणना का चंद्रमास आधारित कलेंडर यह किन्हीं गणितज्ञों ने नहीं बल्कि भारतीय ज्योतिषियों ने ही दिए हैं। उन्होंने ने ही बताया कि ब्रह्मांड का प्रत्येक पिंड व गति या तो वर्तुलाकार है या वर्तुल होने की ओर अग्रसर है। मैगलेन का जाप करना बन्द कर दो। यूरोपियन कहें कि कोलम्बस ने 1498 में भारत की खोज की तो यह उनके लिए ठीक है। पर हम तो इस भारत को तब से जानते हैं जब शेष विश्व ने नारा बांधना नहीं सीखा था।

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