दिन-प्रतिदिन की घटनाओं पर लेखक की बेबाक राय|
ये बुरे दिन हमेशा न रहेंगे। आत्महत्या किसी समस्या का इलाज नहीं है। कर्ज की लत लग जाती है तो ऐसी घटनाएँ बढ़ जाती हैं। सरकार को चाहिए कि किसानों की आय बढ़ाने के उपायों पर काम करे न कि उन्हें कर्ज की सुविधाएं देने पर।
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